
क्या आप ऐसा तरीका ढूँढ रहे हैं जिससे बच्चे अपनी रुचि के अनुसार किताबें आसानी से खोज सकें — और साथ ही नए जेनर (शैलियों) को भी आज़माएँ?
लाइब्रेरियन गिज़ेल रोड्रिग्स एक सरल और प्रभावी समाधान बताती हैं: अपनी लाइब्रेरी को जेनर के अनुसार व्यवस्थित करना।
जेनरफाइंग का मतलब है किताबों को लेखक या नंबर के बजाय कहानी के प्रकार के अनुसार सजाना — जैसे रोमांच (एडवेंचर), रहस्य (मिस्ट्री), कल्पना (फैंटेसी), जीवनियाँ (बायोग्राफी) या कविता।
यह छोटा सा बदलाव बच्चों, किशोरों और बड़ों — सभी के लिए किताबें ढूँढना आसान, स्वाभाविक और मज़ेदार बना देता है!

यह ट्यूटोरियल दिखाता है कि नॉर्थ ईस्ट एजुकेशनल ट्रस्ट (NEET) की कम्युनिटी लाइब्रेरी में किताबें बच्चों के लिए सरल और आसान तरीके से कैसे व्यवस्थित की जाती हैं।

यह ट्यूटोरियल दिखाता है कि रोज़मर्रा की चीज़ों का उपयोग करके सरल और व्यक्तिगत लाइब्रेरी कार्ड कैसे बनाए जा सकते हैं। यह बच्चों में लाइब्रेरी की अच्छी आदतें विकसित करने, उनकी रचनात्मकता बढ़ाने और उनकी पढ़ने की यात्रा में स्वामित्व और ज़िम्मेदारी की भावना बनाने का एक मज़ेदार तरीका है।
विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी की ट्रेनर और मेंटर, रिया बनर्जी, लाइब्रेरी कार्ड बनाने के अपने अनुभव और तरीक़े साझा करती हैं।